ग्राम पंचायत में महिलाओं का दबदबा, राजस्थान से चुनी गईं देश की सबसे युवा और बुजुर्ग सरपंच

ग्राम पंचायत में महिलाओं का दबदबा, राजस्थान से चुनी गईं देश की सबसे युवा और बुजुर्ग सरपंच



 


जयपुर
राजस्थान की अब एक नई पहचान बन गई है। देश की सबसे कम और सबसे अधिक उम्र के सरपंच राजस्थान से हैं। भरतपुर की असरुनी खान (21 साल) सबसे युवा सरपंच हैं तो विद्या देवी (97) को सीकर के पूरनबास ग्राम पंचायत का सरपंच चुना गया है। वह देश की सबसे बुजुर्ग सरपंच हैं। असरुनी भरतपुर के डीग पंचायत समिति के तहत आने वाले चुल्हेरा ग्राम पंचायत से सरपंच नियुक्त हुई हैं।
असरुनी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी नजमा को बेहद कम 31 वोटों के अंतर से हराया है। असरुनी को 686 वोट मिले जबकि नजमा को 655। यह सीट ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षित है। वहीं 97 साल की विद्या देवी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी आरती मीना को 207 वोटों के अंतर से हराया है। इससे पहले 2016 में हिमाचल प्रदेश की जबना चौहान 22 साल में सबसे कम उम्र की सरपंच चुनी गई थीं। तो 94 साल की गंगूबाई निवरुत्ति भामबुरे पुणे के भामबुरवाड़ी गांव की सबसे बुजुर्ग सरपंच नियुक्त हुई थीं।
गांव में सड़क, बिजली और पानी की व्यवस्था दुरुस्त कराएंगी असरुनी

असरुनी बताती हैं, 'मेरे गांव में सड़कों की हालत काफी खराब है। यहां बिजली और पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। मैं अपने गांव के विकास के लिए काम करना चाहती हूं।' असरुनी की शादी दिसंबर 2017 में हो गई थी। असरुनी के ससुर अजीम खान कहते हैं, 'हमारे गांव में एक अस्पताल है लेकिन वहां डॉक्टर नहीं हैं। यहां कोई सड़क भी नहीं हैं। वह (असरुनी) इन समस्याओं की सुलझाने की दिशा में काम करेगी।'
असरुनी के अलावा राजस्थान में 21 साल की उम्र में दो लोग और सरपंच चुने गए हैं। 21 साल के राजशेखर फौजदार डीग पंचायत समिति के तहत इकलहरा ग्राम पंचायत के सरपंच बने हैं। उन्होंने ओबीसी सीट से 844 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने बताया, '2016 में मेरे पिता का निधन हो गया था जो चार बार के सरपंच रह चुके हैं। चुनाव लड़ने के लिए वह मेरे प्रेरणास्रोत बने।'
दो और लोग बने सबसे कम उम्र के सरपंच
वह आगे बताते हैं, 'मेरे गांव में पानी सप्लाइ की समस्या है। मेरी प्राथमिकता इस समस्या का समाधान करना है। मैं पंचायत निकायों में भ्रष्टाचार को भी खत्म करना चाहता हूं।' उन्होंने बारहवीं तक पढ़ाई की है। किरण राव भी राजस्थान की युवा सरपंच में से एक हैं। उन्होंने पाली में रानी पंचायत समिति के तहत नदना भटान ग्राम पंचायत के लिए सरपंच का चुनाव जीता है।
राजनीतिक रूप से जागरूक हो रहे हैं युवा
किरण राव एसपीयू कॉलेज से इतिहास में एमए कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वह साथ ही साथ राजस्थान ऐडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आरएएस) की तैयारी भी कर रही हैं। उनके पिता बीजेपी के सदस्य हैं जो पंचायत चुनाव में लड़ने के लिए किरण के आदर्श बने। किरण ने बताया, 'मुझे लगता है कि अब युवा राजनीतिक और सामाजिक रूप से जागरूक हो रहे हैं इसलिए उन्हें चुनावी राजनीति में सक्रियता से भाग लेना चाहिए।'

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