
खेल-खेल में चल गई राइफल, जवान के 11 साल के बेटे की मौत
रविवार, 19 जनवरी 2020
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जयपुर
11 साल के बच्चे ने खेल-खेल में धोखे से खुद पर ही राइफल से गोली चला दी जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बच्चे को खेत से एक देशी राइफल मिली थी जिसमें गोलियां भरी हुई थीं। घटना राजस्थान के सीकर जिले के सिहोत छोटी गांव की है। गोली लगने के बाद बच्चे को अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मृतक की पहचान शुभम जाट के रूप में हुई है जिसके पिता सेना में जवान हैं। सदर सीकर एसएचओ विजय सिंह ने बताया, 'बच्चा खेत में खेल रहा था। उसे खेत में ही कुछ दूरी पर सूखी घास के ढेर के पास कुछ देसी राइफल्स पड़ी हुई मिलीं। जब लड़का खेलते-खेलते घास के ढेर के पास गया तो उसने एक लोडेड राइफल उठा ली। इसे देखने के चक्कर में उसने धोखे से राइफल का ट्रिगर दबा दिया। बच्चे के सीने में बाएं तरफ गोली लग गई।'
बच्चे को गोली लगने के बाद आनन-फानन में नजदीक के अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस के अनुसार, गांव में बावरिया जनजाति के लोग नीलगाय से अपने खेत बचाने के लिए खुले में हथियार रखते हैं।
11 साल के बच्चे ने खेल-खेल में धोखे से खुद पर ही राइफल से गोली चला दी जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बच्चे को खेत से एक देशी राइफल मिली थी जिसमें गोलियां भरी हुई थीं। घटना राजस्थान के सीकर जिले के सिहोत छोटी गांव की है। गोली लगने के बाद बच्चे को अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मृतक की पहचान शुभम जाट के रूप में हुई है जिसके पिता सेना में जवान हैं। सदर सीकर एसएचओ विजय सिंह ने बताया, 'बच्चा खेत में खेल रहा था। उसे खेत में ही कुछ दूरी पर सूखी घास के ढेर के पास कुछ देसी राइफल्स पड़ी हुई मिलीं। जब लड़का खेलते-खेलते घास के ढेर के पास गया तो उसने एक लोडेड राइफल उठा ली। इसे देखने के चक्कर में उसने धोखे से राइफल का ट्रिगर दबा दिया। बच्चे के सीने में बाएं तरफ गोली लग गई।'
बच्चे को गोली लगने के बाद आनन-फानन में नजदीक के अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस के अनुसार, गांव में बावरिया जनजाति के लोग नीलगाय से अपने खेत बचाने के लिए खुले में हथियार रखते हैं।