
चीन में करॉना वायरस से 24 हजार मौतें? टेनसेंट के लीक डेटा से अटकलें तेज
शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020
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वुहान
महामारी का रूप लेते जा रहे करॉना वायरस को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। करॉना वायरस के गढ़ चीन की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी टेनसेंट के अनजाने में लीक किए गए डेटा ने इस बीमारी की भयावहता को उजागर कर दिया है। टेनसेंट के मुताबिक करॉना वायरस से देश में अब तक 24 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। उधर, चीन सरकार ने दावा किया है कि इस वायरस से अब तक केवल 563 लोगों की मौत हुई हैं। हालांकि दुनियाभर में विवाद बढ़ने के बाद टेनसेंट ने अपने आंकड़े को बदल दिया लेकिन अनजाने में हुए इस खुलासे के बाद अब ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि चीन कम्युनिस्ट पार्टी करॉना वायरस की गंभीरता को विश्वभर से छिपा रही है।
ताइवान के समाचार पत्र ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक कई देशों में कारोबार करने वाली चीनी कंपनी टेनसेंट ने शनिवार को बताया कि करॉना वायरस से 154,023 लोग प्रभावित हैं और 24,589 लोगों की मौत हो गई है। टेनसेंट का यह आंकड़ा चीन के आधिकारिक आंकड़े से करीब 80 गुना ज्यादा था। हालांकि बाद में उसने अपने आंकड़े को बदल लिया और कहा कि 14,446 लोग ही इस बीमारी से पीड़ित हैं और कुल 304 लोगों की मौत हुई है।
सोशल मीडिया पर अटकलें तेज हैं कि चीनी कंपनी टेनसेंट दो तरीके के डेटा रख रही है। एक-मरने और प्रभावित लोगों का असली डेटा और दूसरा सरकार द्वारा 'स्वीकृत' डेटा। वहीं कुछ लोगों का अनुमान है कि कोडिंग की गड़बड़ी की वजह से टेनसेंट का यह असली डेटा ऑनलाइन लीक हो गया। कुछ अन्य लोगों का मानना है कि टेनसेंट में काम करने वाले किसी व्यक्ति ने जानबूझकर असली डेटा लीक किया है ताकि दुनिया को वास्तविक हालात का पता चल सके।
वायरस से मौत के आंकड़ों को यूं रख रहे कम
ताइवान न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि वुहान में करॉना वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज नहीं हो पा रहा है और वे अस्पतालों के बाहर ही मर रहे हैं। इसके अलावा टेस्ट किट की भारी कमी है जिससे कई मामले पकड़ में नहीं आ रहे हैं और लोगों की मौत हो रही है। यह भी कहा जा रहा है कि किसी के मरने पर डॉक्टरों को निर्देश है कि वे करॉना की बजाय किसी और बीमारी से मौत की वजह लोगों को बताएं ताकि मौत का आंकड़ा कम बना रहे।
बता दें कि इस बीमारी को लेकर चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी आलोचनाओं के घेरे में है। चीन सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वह सरकारी आंकड़ों को छिपा रही है और उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो सच्चाई को सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन ने गुरुवार को कहा कि करॉना से मरने वालों की संख्या 563 हो गई है। इसके अलावा 28 हजार लोग प्रभावित हैं जिसमें ज्यादातर लोग वुहान से हैं। माना जाता है कि वुहान में ही इस वायरस से प्रभावित होने का पहला मामला सामने आया है।
अस्पताल के कॉरिडोर में लोगों के शव बिखरे पड़े
वुहान के शवदाहगृहों से मिल रही रिपोर्टो के मुताबिक उन्हें शव भेजे जा रहे हैं लेकिन उन्हें आधिकारिक आंकड़ों में शामिल नहीं किया जा रहा है। इस बीच एक हॉस्पिटल के स्टाफ ने विडियो जारी कर कहा है कि अस्पताल के कॉरिडोर में लोगों के शव बिखरे पड़े हुए हैं। उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है। हालत यह है कि 10 दिनों से लगातार काम कर रहे एक डॉक्टर की हॉर्ट अटैक से मौत हो गई है।
इन आरोपों के बीच चीन अमेरिका जैसे देशों पर आरोप लगा रहा है कि वे लोगों को आने-जाने से रोक रहे हैं। चीन चाहता है कि वह जो दुनिया को बताए वही सच माना जाए। इससे पहले अमेरिका, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इटली, ताइवान और वियतनाम ने सभी विदेशियों को चीन से आने पर रोक लगा दी है। हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में गुरुवार को मौत के 70 नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा 2987 नए लोग इस बीमारी से संक्रमित हो गए हैं। पिछले दो सप्ताह से हुबई वर्चुअली पूरी तरह से बंद है। यहां ट्रेन स्टेशन, एयरपोर्ट और सभी रास्ते सील हैं।